Bank of Baroda में कैसे हुआ Gold Loan का बड़ा फर्जीवाड़ा

Kuber Morning
Bank of Baroda Gold Loan fraud

बैंक ऑफ बड़ौदा में कुछ Employees की हरकतों के बारे में बहुत सटीक जानकारी है। ये Employees बैंक की करतूतों को सामने ला रहे हैं और इससे कस्टमर्स का भरोसा भी कमजोर हो रहा है। इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा को दो महीने के भीतर दो अलग-अलग मामलों का सामना करना पड़ा है। इन मामलों ने बैंक के कुछ Employees की गलतियों को प्रकट किया है।

Gold Loan फ्रॉड का खुलासा

हाल ही में बैंक ऑफ बड़ौदा में गोल्ड लोन फ्रॉड की खबर सामने आई है। इस खुलासे के अनुसार, बैंक ने अपने ऑडिट में एक फर्जीवाड़ा पकड़ लिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा की कुछ ब्रांचेस में गोल्ड लोन फ्रॉड का खेल चल रहा था। इन ब्रांचेस में गोल्ड लोन बिना कोई सोना दिये जा रहे थे और लोन का पैसा वापस भी आ रहा था। इससे कस्टमर्स के फंड्स के लिए जोखिम पैदा हो गया।

Gold Loan फ्रॉड कैसे हुआ?

बैंक ऑफ बड़ौदा के कुछ कर्मचारी गोल्ड लोन के टारगेट पूरे नहीं कर पा रहे थे। जब उनके टारगेट पूरे नहीं हुए तो उन्होंने इस तरह के फर्जी वाड़े का सहारा लिया। बैंक ऑफ बड़ौदा के Employees ने वास्तविक लोन जारी किए बिना अपने टारगेट पूरे कर लिए। इन फर्जी वाड़ों के बाद भी बैंक ब्रांच गोल्ड लोन के अपने टारगेट पूरे कर रही थी।

बैंक की कार्रवाई

बैंक ऑफ बड़ौदा ने इस फ्रॉड के मामले में सख्त कार्रवाई की है। इसके बाद में बैंक में आंतरिक सिस्टम्स को मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए हैं। बैंक अपने इंटरनल प्रोसेसेस और कंट्रोल मैकेनिज्म को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंक गोल्ड लोन को सिक्योरिटी के रूप में गोल्ड ज्वेलरी को रखेगा। इसके अलावा, बैंक अपने तमाम बिजनेस वर्टिकल्स का इंटरनल ऑडिट करता है।

फर्जीवाड़े का पता चलना

बैंक की ऑडिट डिवीजन को इस फ्रॉड का पता चला है। इस ऑडिट में फर्जीवाड़ा पकड़ लिया गया है। इसके बाद बैंक ने खुद को मजबूत करने के लिए आंतरिक सिस्टम्स को बेहतर बनाने का निर्णय लिया है। बैंक अपने आंतरिक सिस्टम्स की जांच करेगा और उन्हें मजबूत बनाएगा।

यह थी बैंक ऑफ बड़ौदा में हो रही गोल्ड लोन फ्रॉड की कहानी। बैंक की कार्रवाई और आंतरिक सिस्टम्स की मजबूती को बढ़ावा देने के लिए इसके आंकड़े जांचे गए हैं।

यह भी पढ़े :-

Share This Article
Leave a comment