एंटरटेनमेंट और मीडिया इंडस्ट्री में रिलायंस की हिस्सेदारी अब और भी महत्वपूर्ण हो गई है। इस नई करार के तहत, रिलायंस और डिजनी का एक वेंचर शुरू होने जा रहा है जिसमें रिलायंस की हिस्सेदारी 46.82% होगी और डिजनी की हिस्सेदारी 16.34% होगी। इस वेंचर को कंटेंट लाइसेंस भी दिया जाएगा।
जॉइंट वेंचर की विवरण
इस डील के तहत, रिलायंस के मीडिया को स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में विलय किया जाएगा। यह विलय कोर्ट से मंजूरी लेगा। नीता अंबानी इस जॉइंट वेंचर की चेयरपर्सन होंगी जबकि उदय शंकर वाइस चेयरमैन होंगे। उदय शंकर इस जॉइंट वेंचर को स्ट्रेटेजिक गाइडेंस प्रदान करेंगे।
निवेश और ट्रांजैक्शन वैल्यू
रिलायंस इस जॉइंट वेंचर में 11,500 करोड़ रुपये, यानी 1.4 बिलियन डॉलर, निवेश करेगा। इस जॉइंट वेंचर की ट्रांजैक्शन वैल्यू 7,352 करोड़ रुपये की आंकी गई है। यह जॉइंट वेंचर देश के सबसे बड़े टीवी और डिजिटल प्लेटफार्मों के लिए होगा।
ब्रांड्स और कंटेंट
इस जॉइंट वेंचर के पास देश के टॉप मीडिया और एंटरटेनमेंट ब्रांड्स होंगे। कलर, स्टार प्लस, स्टार गोल्ड, स्टार स्पोर्ट्स और स्पोर्ट्स 18 जैसे ब्रांड्स को एक साथ लाया जाएगा।
भारत में कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन
इस जॉइंट वेंचर के जरिए, भारत में डिजनी की फिल्मों और प्रोडक्शन का डिस्ट्रीब्यूटर के एक्सक्लूसिव अधिकार होंगे। जॉइंट वेंचर के पास डिजनी के 300 कंटेंट एसेट्स के लाइसेंस भी होंगे।
समाप्ति
इस जॉइंट वेंचर के माध्यम से, रिलायंस ने देश की मीडिया इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और अब मुकेश अंबानी देश की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के किंग बने हैं।
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